जब हमारे पास, सबकुछ होता हैं,
तब हमें ‘बोहोत' भी ‘थोडा' लगता है...
और जब हमारे पास, कुछ नहीं होता
तब हमें ‘थोडा’ भी ‘बोहोत' लगता है....
जीवन में सुख और दुःख का आना शायद इसिलिये होता हैं, ताकी हम हमारे जीवन में उनका महत्त्व जान सके....
जब तक जीवन में दुःख के बादल नहीं छायेंगे, तब तक हमारे जीवन में सुख की वर्षा कैसे होंगी?
अगर आपके जीवन में कोई दुःख हैं, तो चिंता मत करें....
हो सकता है की दुःख की घनी रात के बाद, आपके जीवन में सुख का सवेरा आने वाला हो.....
Comments